जन्माष्टमी 2025: पूजन विधि, कथा, व्रत और शुभ मुहूर्त
जन्माष्टमी 2025: पूजन विधि, कथा, व्रत और शुभ मुहूर्त📜 जन्माष्टमी 2025 – पूजन विधि, कथा और व्रत | Festival Guide
🌟 प्रस्तावना
जन्माष्टमी, भगवान श्रीकृष्ण के अवतरण का पर्व, पूरे भारत में बड़े हर्ष और उल्लास से मनाया जाता है।
इस वर्ष जन्माष्टमी 2025 का पर्व शनिवार, 16 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा।
भक्तजन व्रत रखते हैं, मंदिरों को सजाते हैं, और निशीथ काल में भगवान का पूजन करते हैं।
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📅 जन्माष्टमी 2025 की तिथि और शुभ मुहूर्त
अष्टमी तिथि प्रारंभ – 15 अगस्त 2025, रात 11:49 बजे
अष्टमी तिथि समाप्त – 16 अगस्त 2025, शाम 9:34 बजे
निशीथ पूजन मुहूर्त – 16 अगस्त 2025, रात 12:04 AM से 12:47 AM
अभिजीत मुहूर्त – 16 अगस्त 2025, दोपहर 12:00 बजे से 12:50 बजे तक
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🛍️ पूजन सामग्री
जन्माष्टमी पूजन के लिए आपको निम्न सामग्री तैयार करनी होगी:
श्रीकृष्ण की प्रतिमा या बाल रूप की मूर्ति 👶🏻
फूल माला 🌸
तुलसी दल 🌿
पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, गंगाजल) 🥛
मिश्री 🍬
घी का दीपक 🪔
धूप, अगरबत्ती
माखन-मिश्री, पंजीरी, पेड़े जैसे भोग
पीतांबर वस्त्र और आभूषण 🎗️
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🕯️ जन्माष्टमी व्रत और पूजन विधि
1. सुबह स्नान कर के व्रत का संकल्प लें 🛁
2. पूरे दिन उपवास रखें, केवल फलाहार लें 🍎
3. घर या मंदिर में श्रीकृष्ण की प्रतिमा को पीत वस्त्र पहनाएं 👕
4. प्रतिमा को फूलों और आभूषण से सजाएं 💐
5. निशीथ काल (रात 12 बजे) पंचामृत से अभिषेक करें 🥣
6. श्रीकृष्ण को माखन-मिश्री और तुलसी पत्र अर्पित करें 🌿
7. गीता पाठ और श्रीकृष्ण के भजन करें 🎶
8. आरती कर व्रत का समापन करें 🔔
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📖 श्रीकृष्ण जन्म कथा
मथुरा के राजा कंस को आकाशवाणी से पता चला कि उसकी बहन देवकी का आठवां पुत्र ही उसका वध करेगा।
कंस ने देवकी और वसुदेव को कारागार में बंद कर दिया।
जब आठवें पुत्र के रूप में श्रीकृष्ण का जन्म हुआ, तो पूरी जेल में प्रकाश छा गया।
वसुदेव जी, बालकृष्ण को टोकरी में लेकर यमुना पार गोकुल पहुँचे और उन्हें नंद बाबा और यशोदा मैया को सौंप आए।
गोकुल में श्रीकृष्ण ने बाललीलाएँ करते हुए गोप-गोपियों के दिल जीत लिए।
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🎯 व्रत का महत्व
पाप नाश और मोक्ष की प्राप्ति 🕊️
जीवन में सुख, शांति और समृद्धि 💰
भक्ति और आत्मबल में वृद्धि 🪷
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💡 विशेष सुझाव
जन्माष्टमी के दिन रात्रि जागरण अवश्य करें 🌙
भजन-कीर्तन में भाग लें 🎵
गरीबों को दान दें 🤝
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Bahut Jaruri Jankari Di Hai
जवाब देंहटाएंBahut Bahut Dhanyawad 🙏
जवाब देंहटाएंJai Shree Radhe Krishna Ji 🙏❤️🙏
जवाब देंहटाएंश्रीकृष्ण जन्माष्टमी की सही जानकारी और पूरी पूजा विधि, व्रत का महत्व, पूरी ब्लॉग पोस्ट बहुत ही सुंदर तरीके से दी गई है। 🙏😇🔔🚩🪔😇
जवाब देंहटाएंजय श्री राधे कृष्ण जी 🙏 बांसुरी वाले की जय हो 🙏
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